
उत्तरकाशी. बद्रीनाथ धाम में मोहिनी एकादशी के पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दिखी. हिंदू धर्म में एकादशी के पर्व को बड़ा ही शुभकारी और मंगलमय माना जाता है. एकादशी का वृत रखने वाले व्यक्ति के घर में सुख, समृद्धि और मंगलमय होता है. मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करना बड़ा ही शुभ माना जाता है.
समुद्र मंथन के दौरान भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया था, इसलिए मोहनी एकादशी के दिन भगवान बद्री विशाल के मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई. गुरुवार को सुबह से ही बदरीनाथ मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. भक्तों ने भगवान विष्णु के दर्शन कर जप, तप, दान पुण्य कर लाभ अर्जित किया. मोहिनी एकादशी चार साल बाद शुभ योग गुरुवार के दिन मोहिनी एकादशी पड़ने से इसका महत्व और बढ़ गया है.
एकादशी और गुरुवार तीनों के स्वामी भगवान विष्णु
एकादशी और गुरुवार तीनों के स्वामी भगवान विष्णु ही माने जाते हैं. इससे पहले ये शुभ संयोग 26 अप्रैल 2018 को बना था. ऐसा योग अब 8 मई 2025 को बनेगा. आज के दिन व्रत रखने और पूजा पाठ से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होगी. भगवान बद्री विशाल के कपाट खुलने के बाद निरंतर तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम पहुंच रहे हैं.
कपाट खुलने के बाद तीर्थ यात्रियों के लिए मंदिर के द्वार सुबह 3:30 बजे खुल जाते हैं और देर रात 12:00 बजे तक बद्रीनाथ धाम के सभी पुजारी तीर्थ यात्रियों को दर्शन करा रहे हैं. मंदिर समिति के द्वारा भी तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु व्यवस्थाएं की गई हैं.
Doonited Affiliated: Syndicate News Hunt
नितिन सेमवाल
Source link