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तीर्थ यात्रियों का अतिथि देवो भवः की परम्परा से स्वागत

तीर्थ यात्रियों का अतिथि देवो भवः की परम्परा से स्वागत

श्री केदारनाथ धाम दर्शन करने पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों का जिला प्रशासन की ओर से किया जा रहा है अतिथि देवो भवः की परम्परा से स्वागत

   श्री केदारनाथ धाम के कपाट देश-विदेश के श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ 10 मई को खोल दिए गए हैं तथा 11 दिनों में ही केदारनाथ धाम में आस्था का जो सैलाब उमड़ रहा है उसने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। दिनांक 20 मई को रिकाॅर्ड 37,480 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए गए हैं जो अपने आप में एक बहुत बड़ी मिसाल है। अब तक 3,19,193 श्रद्धालुओं ने श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं जो कि 11 दिनों में एक नया कीर्तिमान स्थापित हो गया है।

   केदारनाथ धाम में भारी संख्या में बाबा केदारनाथ के दर्शनों को पहुंच रहे श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम, सुव्यवस्थित, सुरक्षित एवं मंगलमय यात्रा संपन्न हो। इसके लिए राज्य सरकार से लेकर जिला प्रशासन सभी सुविधाएं एवं व्यवस्थाएं जुटाने में निरंतर प्रयासरत हैं एवं यात्रियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
   
श्री केदारनाथ यात्रा पड़ाव फाटा, सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड आदि क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ होने के कारण जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों को अगस्त्यमुनि एवं अन्य स्थानों पर सुरक्षा एवं सुव्यवस्थित यात्रा को संचालित करने के दृष्टिगत श्रद्धालुओं को रोका जा रहा है। यात्रियों को रहने, खाने आदि की कोई असुविधा न हो इसके लिए जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के निर्देशन में नगर पंचायत अगस्त्यमुनि द्वारा अतिथि देवो भवः की परम्परा एवं संस्कृति के अनुसार स्वागत करते हुए राजस्थान एवं मध्य प्रदेश से आए 263 तीर्थ यात्रियों को रहने एवं खाने-पीने का उचित प्रबंधन किया गया।  
    
राजस्थान एवं मध्य प्रदेश से आए तीर्थ यात्रियों ने जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के लिए बहुत-बहुत आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया। तीर्थ यात्रियों का कहना है कि हम केदारनाथ दर्शन करने जा रहे थे तथा प्रशासन द्वारा उन्हें अगस्त्यमुनि में रोका गया एवं प्रशासन द्वारा उनके रहने, खाने-पीने का उचित प्रबंधन किया गया। जिसके लिए उन्होंने उपलब्ध कराई गई सभी सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन का आभार जताया।

जिला सूचना अधिकारी,
रुद्रप्रयाग।

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