याद है शोले की विधवा राधा….2 घंटा 42 मिनट की फिल्म में बोलीं सबसे कम, 50 साल बाद वजह का खुलासा

याद है शोले की विधवा राधा….2 घंटा 42 मिनट की फिल्म में बोलीं सबसे कम, 50 साल बाद वजह का खुलासा

Sholay 50 Years: रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शोले’ 1975 को रिलीज हुई थी. जिसे 50 साल पूरे हो गए हैं. बीते इन पचास साल में शोले लोगों के लिए सिर्फ एक फिल्म नहीं ही, बल्कि उसके किरदार से लेकर डायलॉग लोगों के घर का हिस्सा बन चुके हैं. वैसे तो इस फिल्म में जय और वीरू के अलावा बसंती से लेकर बाकी सभी किरदारों ने लोगों के दिलों पर कब्जा जमायाय.लेकिन, एक किरदार और भी है जो लोगों के दिल में घर कर गया. 

क्यों कम थे जया के डायलॉग?
इस किरदार का नाम राधा है.ये रोल फिल्म में जया बच्चन ने प्ले किया था. लेकिन, इसमें उनके बहुत कम ही डायलॉग हैं. ऐसा क्यों था,इस राज से रमेश सिप्पी ने पर्दा उठाया. जब रमेश सिप्पी से पूछा गया कि फिल्म में जया बच्चन के ज्यादा डायलॉग नहीं थे, क्या आपको लगता है कि महिला किरदार को कमतर आंका गया है? इस पर फिल्म निर्माता ने जवाब दिया, ‘बिल्कुल नहीं.’

fallbackयाद है शोले की विधवा राधा....2 घंटा 42 मिनट की फिल्म में बोलीं सबसे कम, 50 साल बाद वजह का खुलासा

इस वजह से लिया गया था ये फैसला

रमेश सिप्पी ने आगे कहा,जया फिल्म में विधवा की भूमिका निभाते हुए चुप थीं, लेकिन वह इतनी अद्भुत कलाकार हैं कि वह अपनी आंखों के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में सक्षम थीं. अमिताभ बच्चन के साथ भी ऐसा ही था.अपने एक्शन सीन्स के अलावा, उन्हें इस बात का भी मान रखना था कि राधा एक विधवा और घर की बहू थीं.’

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क्या है ‘शोले’ की कहानी?

उन्होंने यह भी बताया कि शोले की पूरी कहानी संजीव कुमार के उस बदले के इर्द-गिर्द घूमती है, जो गब्बर द्वारा अपने पूरे परिवार की हत्या के बाद उभरता है. इसलिए जया बच्चन का फिल्म में कुछ ही संवाद हों, यह किरदार और कहानी के हिसाब से ठीक था.
‘शोले’ में धर्मेंद्र (वीरू) और अमिताभ बच्चन (जय) दो छोटे अपराधी हैं, जिन्हें एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी (संजीव कुमार) गब्बर सिंह नाम के खूंखार डाकू को पकड़ने के लिए लाते हैं. फिल्म की शूटिंग कर्नाटक के रामनगरम की पहाड़ी और पथरीली जगहों पर की गई थी.

बाद में हुई हिट

शूटिंग अक्टूबर 1973 में शुरू हुई थी और इसे पूरा होने में ढाई साल लगे थे. शुरुआत में फिल्म को आलोचकों से अच्छे रिव्यू नहीं मिले थे, और इसकी कमाई भी कुछ खास नहीं हुई थी.लेकिन बाद में धीरे-धीरे दर्शकों की तारीफ और सकारात्मक बातों ने इसे सुपरहिट बना दिया था.

 

 

 

 

 

 

 

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