
उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में आनेवाले पर्यटकों, यात्रियों और श्रद्धालुओं को यहां के मंदिरों से जोड़ने के लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम (KMVN) ने पहल की है. अब आदि कैलाश और हिमालयी क्षेत्र से जुड़े अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा भी अब चारधाम यात्रा की तर्ज पर कराई जाएगी. इसके लिए कुमाऊं मंडल विकास निगम की तरफ से शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है. इस प्रस्ताव के पास होते ही भक्तों और यात्रियों को कई धार्मिक मंदिरों से जोड़ने की कवायद की जाएगी.
कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी विनीत तोमर ने बताया कि हर साल लाखों की संख्या पर्यटक कुमाऊं क्षेत्र का रुख करते हैं. पिछले साल हुई यात्रा में भी काफी श्रद्धालु मंदिरों के दर्शन के लिए पहुंचे थे. यहां हर साल 250 से 300 यात्री पहुंचते थे, लेकिन पिछली बार करीब 850 से 900 यात्री आए. बीते 30 वर्षों के इतिहास में यह संख्या काफी अच्छी है. विनीत ने बताया कि आगामी साल में यात्रा के लिए पूरी तैयारी की जाएगी. उन्हें उम्मीद है कि अगली बार यात्रियों की तादाद में और इजाफा होगा.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से चारधाम यात्रा होती है, उसी तरह आदि कैलाश, ओम पर्वत, पार्वती कमल, गौरी कमल, नारायण आश्रम, काला पानी, भगवान शिव के गांव सीपू और अन्य धार्मिक स्थलों की यात्रा भी भक्तों को करवाई जाएगी. इसमें पर्यटकों और यात्रियों को धार्मिक इतिहास के बारे में भी बताया जाएगा और साथ ही पिथौरागढ़, धारचूला, बागेश्वर के साथ अन्य ट्रैकिंग रूट्स भी डेवलप किए जाएंगे. इससे देश-विदेश से पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकेगा.
KMVN की तरफ से प्रस्ताव बनाकर फिलहाल भेजा गया है, जिसकी डीपीआर तैयार की जा रही है. प्रस्ताव पास होते ही पर्यटकों को पहाड़ में लाने की कवायद भी शुरू की जाएगी.