
मयकशों के लिए दरियादिल केजरी बाबू ने अपने सूबे दिल्ली के मय के शौकीनों के लिए दिल्ली में “बाई वन, गेट वन फ्री” की ऐतिहासिक योजना क्या लागू की इससे दिल्ली सरकार के रेवेन्यू में भले इज़ाफ़ा हो रहा हो लेकिन इस योजना का सबसे खतरनाक साइड इफ़ेक्ट देवभूमि पर पड़ रहा है।
पर्यटन व तीर्थाटन के नाम पर उत्तराखंड को “खाला का घर” से ज्यादा कुछ न समझने वाले आने वाले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के ताज़ा ताज़ा रईस बने बिगड़ैल शहज़ादों के लिए केजरी बाबू की यह स्कीम बेहद मजेदार हो गयी है। तमाम एसयूवी , लक्ज़री गाड़ियों रूपी रथ को एनसीआर से रवाना करने से पूर्व ये शहजादे शराब का पूरा ज़खीरा इसमे भर कर “देवभूमि” को “अय्याशी की ज़मीन” बनाने के पूरे इंतजामात के साथ यहां दाख़िल हो रहे हैं।
उसके बाद जो हो रहा है उसके किस्से, उसकी तस्वीरें रोज सुनने देखने को मिल रही हैं। इन बिगड़ैल शहज़ादों के आलीशान रथ इतने रौबदार हैं कि शायद इनके सामने तो हमारी मित्र पुलिस के निहत्थे जवानों की घिग्घी बंधना तय है।
हे केजरी बाबू.. तेरी इस कारस्तानी का खामियाज़ा मां गंगा , भगवान बद्री केदार की पवित्र भूमि भुगत रही है.. भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं.. याद रखना.
इस विद्रूपता की तस्वीर को और बेपर्दा किया जाएगा
By Ajay Rawat Ajey