
Baba Sehgal on Rukmani Rukmani Song: 90 के दशक के जाने माने पॉप सिंगर्स में से एक बाबा सहगल ने उन दिनों अपनें इंडी-पॉप को दुनिया भर में मशहूर कर दिया था. उन्होंने अपने करियर में कई बेहतरीन गाने दिए और उन्हें हिट बनाया. वहीं, कम ही लोग जानते हैं कि बाबा सहगल ने 1992 में आई फिल्म ‘रोजा’ के सुपरहिट गाने ‘रुकमणि रुकमणि’ के हिंदी वर्जन में आवाज दी थी. हालांकि, इस गाने का हिस्सा बनना बाबा सहगल के लिए बहुत अच्छा अनुभव नहीं रहा. इसका खुलासा सिंगर ने हाल ही में खुद एक इंटरव्यू के दौरान किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि इसके हिन्दी वर्जन की लिरिक्स बहुत खराब और चीप बनाए गए थे.
बाबा सहगल ने ‘रुकमणि’ गाने पर किया बड़ा खुलासा
हाल ही में सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक खास बातचीत में बाबा सहगल ने इस गाने से जुड़े उन पहलुओं का खुलासा किया है, जिनके बारे में आज तक किसी को नहीं पता. सिंगर ने बताया, ‘मैं चेन्नई में एक शो कर रहा था. आयोजकों में से किसी ने कहा कि कोई डायरेक्टर मुझसे मिलना चाहता है. वहां कोई असिस्टेंट डायरेक्टर आए और उन्होंने मुझे ‘रुकमणि रुकमणि’ गाने का तमिल वर्जन सुनाया. मैं उस समय अपने कॉन्सर्ट वाले मूड में था तो मैंने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और बस गाने के लिए हांमी भर दी. उस वक्त एआर रहमान भी वहां मौजूद थे. तब वे बहुत युवा थे.’
इस तरह मिला बाबा सहगल को गाना
बाबा सहगल ने अपनी बात पूरी करते हुए आगे बताया, ‘मैंने रहमान और उनकी टीम को अपने होटल बुलाया. उन्होंने मुझसे गाना जारी करने के लिए मदद मांगी. मैंने सोचा मैं कैसे इस गाने को जारी कर सकता हूं? फिर मैंने अपने दोस्त अतुल को बुलाया और उन्हें फिल्म और इस गाने के बारे में बताया. मैंने उन्हें मैग्नस साउंड के शशि गोपाल का नंबर दिया. वो लोग आपस जुड़े और फैसला लिया कि इस गाने का हिंदी वर्जन बनाया जाएगा. लेकिन उन्होंने शर्त रखी कि एक गाना बाबा सहगल गाएंगे. मुझे कुछ वक्त बाद पता चला कि एआर रहमान और मणि रत्नम मुझे खास पसंद नहीं करते थे. गाने में महिला सिंगर की आवाज के लिए श्वेता शेट्टी को चुना गया इसके बाद हम रिकॉर्डिंग के लिए स्टूडियो पहुंच गए.’
बोल देख हैरान थे बाबा सहगल
बाबा सहगल को जब ‘रुकमणि रुकमणि’ गाने के हिंदी वर्जन के बोल दिए गए तो वे इसे देखकर हैरान रह गए. बाबा ने बताया, ‘जब मैंने हिंदी के बोल देखे तो मैंने कहा, ‘कितने वाहियात लीरिक्स हैं यार! किसने लिखा है ये?’ समस्या ये थी कि जब हम दूसरी भाषा में इस गाने को सुनते हैं तो ये अच्छा लगता हैं क्योंकि मतलब समझ नहीं आता, लेकिन जब इसे अपनी भाषा में सुनते हैं तो बोल के सही अर्थ समझ में आते हैं. मुझे लगता है कि एआर रहमान और मणिरत्नम को इसके हिंदी के बोल मतलब समझ नहीं आया था. मैंने गाना गाया, लेकिन बाद में मुझे पता चला कि वे चाहते ही नहीं थे कि मैं ये गाना गाऊं,वो इसके लिए कोई शास्त्रीय गायक चाहते थे. ‘
गाने के बोल से खुश नहीं थे बाबा सहगल
बाबा ने कहा, ‘यह जबरदस्ती की बात थी. मैं गाने के बोल से बिल्कुल खुश नहीं था. मुझे वे इसके लीरिक्स बहुत चीप लगे.’ बाबा ने इस बात का भी खुलासा किया कि ‘रुकमणि रुकमणि’ गाना एआर रहमान के साथ उनका पहला और आखिरी प्रोजेक्ट था. इसके बाद वो दोनों कभी एक दूसरे से मिले भी नहीं. सिंगर ने कहा, ‘महिला किरदार की शुरुआती लाइन्स के लिए पहले किसी दूसरी सिंगर को भी बुलाया गया था, लेकिन बाद में मैंने श्वेता शेट्टी से कहा कि ये लाइन्स भी उन्हें ही गानी चाहिए, क्योंकि पूरा गाना उन्होंने ही गाया था और उन्होंने इसे बहुत शानदार गाया. लेकिन रहमान के साथ यह मेरा पहला और आखिरी गाना साबित हुआ. भाषा की भी समस्या थी. इसके बाद हम कभी नहीं मिले.’
बाबा सहगल ने कई भाषाओं में गाने
बाबा सहगल ने अपने करियर में हिंदी भाषा के अलावा तमिल, तेलुगु और कई अन्य भाषाओं में भी गाने गाए हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने कई म्यूजिक एल्बम्स में भी अपनी आवाज दी. और इंडी-पॉप को भारत में लोकप्रिय बनाने में एक बड़ा योगदान दिया.
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