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Exclusive: आखिर क्या है पंकज त्रिपाठी का दर्द? मेहमान जी कहने वाले दीपू को भी सता रहा ये खौफ, क्रिमिनल जस्टिस में खुले कई राज

Exclusive: आखिर क्या है पंकज त्रिपाठी का दर्द? मेहमान जी कहने वाले दीपू को भी सता रहा ये खौफ, क्रिमिनल जस्टिस में खुले कई राज

Crimital Justice 4 Deepu: ‘क्रिमिनल जस्टिस सीजन 4’ (Crimital Justice 4)  ने आते ही ओटीटी पर धमाल मचा दिया है. इस सीरीज में माधव मिश्रा का रोल निभाने वाले पंकज त्रिपाठी के अलावा किसी ने लोगों को इंप्रेस किया है तो वो है मेहमान जी कहने वाले दीपू यानी कि आत्म प्रकाश मिश्रा. Zee News ने आत्म से Exclusive बातचीत की. इस दौरान एक्टर ने अपने किरदार से लेकर करियर और पंकज त्रिपाठी संग जीजा साले के रिश्ते पर भी खुलकर बोले.

सवाल- क्रिमिनल जस्टिस में जो आपने किरदार निभाया दीपू, उसे आप अपने करियर में किस तरह से देखते हैं?

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‘मेरे करियर में तो दीपू (Aatm Prakash Mishra) का किरदार काफी अहम है क्योंकि पंकज त्रिपाठी के साथ काम करना वो भी 30 से 40 दिन तक. उनके साथ जो मेरा रिश्ता बना बिहाइंड द कैमरा वो बेहतरीन है. पहले दिन ही वो मुझसे बोले- कहां से हो तुम. मैंने कहा बहराइच से तो.फिर बोले- कहां पड़ता है ये. ऐसे पहले दिन अच्छे से बात की. तो इस तरह से हम लोगों का पहले दिन ही जम गया. जो आपको ट्यूनिंग ऑनस्क्रीन दिखी वो ही ऑफ स्क्रीन है. फिर वो बोले जो रिलेशन है ना जीजा साले वाला…हो हम लोगों को बनाना पड़ेगा. पिछला सीजन बहुत एन्जॉय किया. जितने भी आपको हंसी मजाक वाले सीन पहले वाले सीजन में मिलेंगे तो वो कहीं लिखा हुआ नहीं था. ऑन द स्पॉट हुआ. इतने बड़े वो आर्टिस्ट हैं और बहुत सपोर्टिव है. उनसे बात करते हुए कभी हिचक नहीं आई. आज भी जब मुझे कुछ लगता है तो फोन करके पूछ लेता हूं.’

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लोग अब पहचानने लगे

दीपू ने आगे कहा- ‘पहाड़ों में जाता हूं तो लोग अब पहचानने लगे हैं कहते हैं मेहमान जी. मेट्रो में बिग मेट्रो सिटीज में आप जा रहे हैं तो लोग पहचानने लगे हैं. ओह, मेहमान जी. तो बहुत अच्छा भी लगता है.’ 

अधूरा रह गया पंकज त्रिपाठी का सपना

‘मुझे ऐसा लगता है कि कल को फेमस हो गए तो घूमना कही बंद ना हो जाए. पंकज त्रिपाठी का दर्द है ये. शूटिंग पर वो बात करते रहते थे. वो बहुत फैसिनेट होते थे कि तू घूमता रहता है. जब भी मैं किसी नई जगह जाऊं तो वो देखते रहत हैं. कहां गया था तू. मैं कहता था आप भी घूमिए. तू उनका सपना था घूमने का जो रह गया.अब वो जहां जाएंगे तो भीड़ लग जाएगी.’

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सवाल- पंकज त्रिपाठी ने आत्म को क्या सीख दी जो हमेशा याद रहेगी?

‘उनकी सबसे बढ़िया बात है कि वो कभी गुस्सा नहीं होते. मैंने उनसे कई बार पूछा कि आप कैसे इतना कंपोज रह लेते हो. कभी गुस्सा नहीं करते. कभी तो ऐसी सुचिएशन आती होगी कि ना कि आदमी गुस्सा करता है. वो हमेशा calm रहते हैं. मैंने तो उनसे पूछा कैसे कर लेते हो आप ऐसा. मुझे तो गुस्सा आ जाता है. हमेशा ग्राउंडेड रहते हैं. कोई भी मिलने आता है तो आराम से बात करते हैं. कोई भी अगर फोटो लेना आया बिजी हुए तो आराम से कहते हैं बाद में ले लेना. वो जहां से आए हैं वहां से जुड़े हुए हैं वो मेरा भी है. उनसे टेक्निकल टर्म भी मैंने बहुत सीखी. हल्की हल्की मीठी मीठा डांट में वो सिखाते भी थे. अभी तो बहुत ही मजा आया उनके साथ इस सीजन में. उनके साथ बॉन्डिंग बहुत मजेदार रही है. तो बिना बोल के सिखाए हुए उनसे सीखने को बहुत कुछ मिलता है.’ 

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