शहर की स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने के लिए जिलाधिकारी का मास्टर स्ट्रोक
सुधारात्मक कदम- 07 वर्षो से चली आ रही कार्यप्रणाली को किया समाप्त।
स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत का जिम्मा नगर निगम को सौंपा, अब नगर निगम खुद करेगा स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत, ईईएसएल से वापस लिया लाइटों की मरम्मत का कार्य
निगम के नियंत्रण से बाहर ईईएसएल द्वारा भुगतान, कन्ट्रोलरूम, कॉल सेन्टर एवं रिपोर्ट जनरेशन, मैनजमेंट आदि कार्य दिल्ली से किया जा रहे थे संचालित, और जिम्मेदारी व जवाबदेही निगम की।
डीएम ने देर सांय बैठक के दौरान ही गठित की 35 टीमे। साथ ही गठित टीमों को मौके पर ही दिए 35 वाहन।
35 टीमें लगातार करेंगी वार्डवार पूरे शहर की लाइट मरम्मत का कार्य
ट्रीट लाइटों की खराबी की शिकायतों के बैकलॉग को शीघ्रातिशीघ्र निस्तारित करने को प्रतिदिन नगर निगम परिसर से 35 वाहनों में निकलेंगी 35 टीमें
प्रतिदिन प्रातः एवं कार्य निष्पादन के बाद वापस नगर निगम परिसर में एकत्रित होंगी सभी टीमें- लगेगी हाजरी होगी रिपोर्टिंग
कंट्रोल रूम को प्राप्त होने वाली सभी शिकायतों को किया जाए कंप्यूटराइज्डरू डीएम
डीएम ने कंट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों की ली विस्तृत जानकारी
स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत की शिकायतों के बैकलॉग से डीएम हैरान
–0–
जिलाधिकारी सविन बंसल के लगातार अथक प्रयासों से जिला अस्पताल को शीघ्र मिलेगा अपना ब्लड बैंक, ब्लड बैंक के लिए शासनादेश हुआ जारी
ब्लड बैंक के निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था भी हुई नामित, डीएम ने दिया 10 दिन आंगणन प्रस्तुत करने के निर्देश।
उत्तराखण्ड पेयजल निर्माण इकाई देहरादून को किया गया कार्यदायी संस्था नामित, शासनादेश जारी
–0–
जिला अस्पताल में विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई का भी शीघ्र किया जाएगा संचालन
चिकित्सकों एवं स्टाफ की कमी से नहीं हो पा रहा था निक्कू वार्ड का संचालन, जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान एवं अपने स्तर समन्वय कर की स्टाफ की व्यवस्था, 10 नर्स एवं 1 बालरोग विशेषज्ञ की, की गई तैनाती, एक सप्ताह में दिखेंगे सभी चिकित्सक एवं नर्सिग स्टाफ
डीएम ने की निक्कू वार्ड के लिए डेडीकेटेड एंबुलेंस की व्यवस्था
15 नर्सिंग स्टाफ की तैनाती का शासनादेश जारी
—0—
देहरादून में चौपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना पर भी तेजी से किया जा रहा काम
डीएम ने सम्बन्धित विभागों की टीमें लगाकर शहर में 10 से अधिक स्थान किए चिन्हित
अभिनव प्रसास – प्रथम बार जीरो इन्वेस्टमेंट मॉडल लागू किया गया, जो पहले कभी अमल में नही लाया जा सका।
शहर में चौपहिया वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों की सुविधा बढ़ने से इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर लोगों का रुझान
—0—
अब नहीं रहेंगी जल संस्थान द्वारा पेयजल लाइनों की मरम्मत के बाद सड़कें उखड़ी-उखड़ी, चार दिन पहले किया वादा पूरा किया।
शहर की पेयजल पाइप लाइनों की मरम्मत के कारण खराब हुई सड़कों की मरम्मत के लिए जिलाधिकारी ने जल संस्थान के बजट में कर दिया प्रावधान- असंभव लग रहे कार्यों को किया सरलता से।
सड़कों की मरम्मत कार्यों के लिए बनाया अलग मद, इस मरम्मत मद में पहली किश्त के रूप में दिए 75 लाख रुपए किए जारी।
—0—
जनपद में स्कूलों को स्मार्ट और मूलभूत सुविधाओं को तत्काल उपलब्ध कराने की दिशा में जिलाधिकारी ने की पहल शुरू
स्कूलों को फर्नीचर, व्हाईट बोर्ड, डिजिटल स्क्रीन और खेल अवस्थापना सुविधाओं के पेयजल टंकियों के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी के विवेकाधीन कोष के लिए दिया एक करोड़ का फंड
विद्यालय अनुदान के अतिरिक्त अवशेष संसाधनों की पूर्ति के लिए यह विशेष मद लगाएगा स्कूली बच्चों के सुनहरे पंख।