एक महीने में तैयार हुआ पुल, श्रद्धालुओं को बड़ी राहत
केदारघाटी में 31 जुलाई को हुई अतिवृष्टि के चलते श्री केदारनाथ धाम पैदल यात्रा मार्ग के महत्वपूर्ण पड़ाव रामबाड़ा में क्षतिग्रस्त हुए पुल का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो गया है। अतिवृष्टि के बाद से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार मामले पर अपडेट ले रहे हैं एवं गढ़वाल कमिश्नर सहित आपदा सचिव को भी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी है। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार के नेतृत्व में डिस्ट्रिक डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की टीम ने विपरीत परिस्थितियों के बीच रिकॉर्ड समय में पुल का निर्माण पूरा कर दिया है। मंगलवार से इसपर आवाजाही भी शुरू हो गई है।
केदारघाटी में 31 जुलाई को हुई अतिवृष्टि के चलते केदरनाथ सड़क एवं पैदल मार्ग कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया था। पैदल यात्रा मार्ग 17 स्थानों पर अत्यधिक क्षतिग्रस्त था जिसमें सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में रामबाड़ा का पुल भी शामिल था। पुल नहीं होने से श्रद्धालुओं को वैकल्पिक मार्ग से ज्यादा दूरी तय कर जाना पड़ रहा था। विभिन्न स्थानों पर रास्ते क्षतिग्रस्त होने के चलते घोड़े- खच्चरों का संचालन बंद था जिसके चलते पुल से जुड़ी सामग्री समय पर नहीं पहुंच पा रही थी बावजूद इसके संबधित विभाग द्वारा न्यूनतम समय में कार्य पूर्ण किए जाने पर जिलाधिकारी ने डीडीएमए की सराहना की। अधिशासी अभियंता डीडीएमए विनय झिकवांण ने बताया कि 21 मीटर स्पाम का यह पुल सुरक्षात्मक कार्यों के साथ मिलाकर करीब 75 लाख में बनकर तैयार हुआ है। यात्रा के दृष्टिगत श्रद्धालु एवं घोड़े- खच्चरों का आवागमन मंगलवार से शुरू करवा दिया गया है।
जिला सूचना अधिकारी, रुद्रप्रयाग