
सोनू निगम ने मांगी माफी
सोनू निगम ने आखिरकार कर्नाटक के लोगों से माफी मांग ली है। मशहूर गायक, जिन्हें बेंगलुरु पुलिस ने तलब किया है। उन्होंने आखिरकार अब इस मामले पर बात करते हुए कहा है कि राज्य और उसके लोगों के लिए उनका प्यार उनके अहंकार से ज्यादा बड़ा है। सोनू निगम पर हाल ही में कन्नड़ भाषा और संस्कृति का अपमान करने के आरोप में बेंगलुरु में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। बेंगलुरु में आयोजित उनके एक कॉन्सर्ट के बाद वह विवादों में फंस गए। अवलाहल्ली पुलिस ने आज सिंगर को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। माफीनामा के पहले सिंगर सोनू निगम ने बेंगलुरु कॉन्सर्ट विवाद पर अपनी सफाई देते हुए ऑफिशियल स्टेटमेंट भी शेयर किया था।
सोनू निगम ने माफी मांगी
सोनू निगम ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कन्नड़ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी। उन्होंने लिखा, ‘माफ करना कर्नाटक। तुम्हारे लिए मेरा प्यार मेरे अहंकार से बड़ा है। हमेशा प्यार करता रहूंगा।’ पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब सोनू निगम ने अपने कॉन्सर्ट में कन्नड़ में गाने के लिए कहा तो उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा उठा दिया। इसके बाद उनके खिलाफ भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई।
सोनू निगम का बेंगलुरु कॉन्सर्ट विवाद पर बयान
सोनू निगम ने लिखा, ‘नमस्कार, मैंने भाषा, संस्कृति, संगीत, संगीतकारों, राज्य और लोगों को अभूतपूर्व प्यार दिया है, न केवल कर्नाटक में बल्कि दुनिया में कहीं भी। सच में मैंने हिंदी सहित अन्य भाषाओं के गीतों की तुलना में अपने कन्नड़ गीतों को कहीं अधिक सम्मान दिया है। सोशल मीडिया पर इसके प्रमाण के रूप में सैकड़ों वीडियो प्रसारित हो रहे हैं। हालांकि, मैं कोई युवा नहीं हूं जो किसी से अपमान सहूं। मैं 51 वर्ष का हूं, अपने जीवन के दूसरे चरण में हूं और मुझे इस बात का बुरा लगा है कि मेरा बेटा जितना छोटा है, वह भाषा के नाम पर हजारों लोगों के सामने मुझे सीधे धमकाता है, वह भी कन्नड़ में जो मेरे काम के मामले में मेरी दूसरी भाषा है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘उनके अपने लोग शर्मिंदा थे और उन्हें चुप रहने के लिए कह रहे थे… मैंने उनसे बहुत विनम्रता और प्यार से कहा कि शो अभी शुरू हुआ है, यह मेरा पहला गाना है और मैं उन्हें निराश नहीं करूंगा, लेकिन उन्हें मुझे मेरे तय कार्यक्रम के अनुसार संगीत कार्यक्रम जारी रखने देना होगा। हर कलाकार के पास गानों की लिस्ट तैयार होती है ताकि संगीतकार और तकनीशियन तालमेल बिठा सकें, लेकिन वे हंगामा मचाने और मुझे धमकाने, परेशान करने में लगे हुए थे। मुझे बताओ कि गलती किसकी है? एक देशभक्त होने के नाते, मैं उन लोगों से घृणा करता हूं जो भाषा, जाति या धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं। खासकर पहलगाम में जो कुछ हुआ उसके बाद… मुझे उन्हें समझाना था और मैंने वहीं किया। हजारों छात्रों और शिक्षकों ने इसके लिए मेरी तारीफ की। मामला खत्म हो गया और मैंने एक घंटे से ज्यादा कन्नड़ में गाना गाया। यह सब सोशल मीडिया पर है… मैं यह कर्नाटक के समझदार लोगों पर छोड़ता हूं कि वे तय करें कि यहां कौन दोषी है। मैं आपके फैसले को विनम्रता से स्वीकार करूंगा। मैं कर्नाटक की कानूनी एजेंसियों और पुलिस का पूरा सम्मान करता हूं और उन पर भरोसा करता हूं और मुझसे जो भी उम्मीद की जाएगी, मैं उसका पालन करूंगा। मुझे कर्नाटक से बहुत प्यार मिला है और मैं इसे हमेशा बिना किसी दुर्भावना के संजो कर रखूंगा, चाहे आपका फैसला कुछ भी हो। धन्यवाद… सोनू निगम।’
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